नालंदा। 14 जनवरी 2025: ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी राजगीर में आज राजगीर मकर मेला 2025 का भव्य शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर बिहार के माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने दीप प्रज्वलित कर मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह नालंदा जिले की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित करने का भी एक अनूठा अवसर है।
राजगीर मकर मेला हर साल मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित किया जाता है और इस वर्ष 14 जनवरी से शुरू होकर 20 जनवरी तक चलेगा। मेले के दौरान श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में पवित्र ब्रह्मकुंड और सप्तधारा में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करते हैं। ब्रह्मकुंड को मोक्षदायिनी धारा माना जाता है, और यहां स्नान का विशेष महत्व है।
मेले में स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा और सुविधा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, पुलिस बल की तैनाती और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान को भी प्राथमिकता दी गई है। साथ ही, मेले में आगंतुकों के लिए विशेष जानकारी केंद्र और चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था की गई है।
राजगीर मकर मेला क्षेत्रीय व्यापार और संस्कृति के लिए भी एक बड़ा मंच है। इस वर्ष मेले में हस्तशिल्प, पारंपरिक व्यंजन, और स्थानीय उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है। स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम, झांकियां और लोक नृत्य मेले में चार चांद लगा रहे हैं।
मंत्री ने अपने भाषण में राजगीर के पर्यटन और धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह मेला स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देता है। उन्होंने सभी लोगों से इस मेले का हिस्सा बनने और इसे सफल बनाने की अपील की।
राजगीर मकर मेला 2025 न केवल श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह पर्यटकों और व्यापारियों के लिए भी एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। मेले का धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व इसे देशभर में विशिष्ट पहचान दिलाता है।