राजगीर । बिहार की राजनीति में बदलाव की लहर लाने के उद्देश्य से गठित "आसा पार्टी" ने संगठनात्मक मजबूती और जनसंपर्क अभियान को गति देने के लिए नालंदा जिले में एक ऐतिहासिक कदम उठाया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहारशरीफ विधानसभा प्रभारी मुन्ना सिद्दीकी ने आज राजगीर में नालंदा के सातों विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ता सम्मेलन की जानकारी दी।
मुन्ना सिद्दीकी ने बताया कि यह सम्मेलन पार्टी की विचारधारा, रणनीति और नीतियों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम होगा। उन्होंने कहा, "यह न केवल पार्टी की संगठनात्मक ताकत को प्रदर्शित करेगा, बल्कि कार्यकर्ताओं को आगामी चुनावों के लिए तैयार करेगा।" इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया जाएगा।
महिलाओं की भागीदारी पर जोर
सम्मेलन की एक खास बात यह है कि इसमें महिलाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। मुन्ना सिद्दीकी ने बताया कि आसा पार्टी महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित कर रही है कि हर महिला अपनी क्षमता और अधिकारों को पहचान सके।
ऑनलाइन सदस्यता अभियान और संगठन विस्तार
मुन्ना सिद्दीकी ने बताया कि सम्मेलन के बाद बिहारशरीफ और अन्य प्रखंडों में बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पार्टी के गठन के मात्र तीन महीनों में 534 प्रखंडों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली आसा पार्टी अब पंचायत और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत कर रही है।
विकास का वादा
मुन्ना सिद्दीकी ने कहा, "हमारा उद्देश्य केवल चुनावी जीत नहीं है, बल्कि बिहार को गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन से मुक्त कर एक सशक्त राज्य बनाना है।" राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इसे बिहार के हर व्यक्ति के सपनों को साकार करने का आंदोलन बताया।
ऐतिहासिक सम्मेलन की तैयारी
सम्मेलन में बिहारशरीफ से 1000 कार्यकर्ताओं और रहुई प्रखंड से सैकड़ों कार्यकर्ताओं के भाग लेने की उम्मीद है। मुन्ना सिद्दीकी ने इसे पार्टी के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह जनता के बीच पार्टी की गहरी पैठ और भरोसे को दर्शाएगा।
बिहार के हर कोने तक पहुंचेगी "आसा"
मुन्ना सिद्दीकी ने बताया कि पार्टी का लक्ष्य राज्य के हर नागरिक तक अपनी विचारधारा पहुंचाना है। उन्होंने कहा, "जब हर बिहारी ‘आसा’ के साथ कदम बढ़ाएगा, तब एक नए और विकसित बिहार की कहानी लिखी जाएगी।"
आसा पार्टी का यह कार्यकर्ता सम्मेलन न केवल नालंदा जिले में, बल्कि पूरे राज्य में विकास और बदलाव की नई लहर लाने का माध्यम बनेगा।